/// जगत दर्शन न्यूज़
सारण (बिहार): डॉ पीएन सिंह डिग्री कॉलेज छपरा में नई शासी निकाय का गठन होने तथा 7 माह का प्रथम किस्त के रूप में शासी निकाय के द्वारा वेतन भुगतान के लिए आदेश मिलने के बावजूद भी महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को आज तक निराशा ही निराशा हाथ लगा है।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नागेश्वर सिंह के द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कुछ लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि कुछ शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के द्वारा विश्वविद्यालय एवं शासी निकाय के माननीय सदस्यों को बार-बार गुमराह करने के लिए आवेदन दिए जा रहे हैं, जिसके कारण विश्वविद्यालय भी लगता है कि भ्रमित होते जा रहा है, जिसके चलते महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों में 15 महीनों से वेतन भुगतान नहीं होने के कारण काफी क्षोभ है। वही डॉक्टर नागेश्वर प्रसाद सिंह पर 5 वर्षों से बार-बार गलत रूप से वित्तीय अनियमितता जैसे गंभीर आरोप लगाकर विश्वविद्यालय एवं शासी निकाय को गुमराह किया जा रहा है।
कुछ वैसे शिक्षक द्वारा आवेदन दिया जा रहा है जिनका खुद नियुक्ति पत्र, योगदान, तथा अभिषद् ही नहीं है तथा उनके पुत्र के द्वारा माननीय सचिव से दूरभाष पर इंटरव्यू लिया जा रहा है। उन लोगों के द्वारा महाविद्यालय का माहौल बिगाड़ा जा रहा है। माननीय कुलाधिपति, उच्च शिक्षा निदेशक, कुलपति एवं कुलसचिव के द्वारा निर्गत पत्र का अनुपालन करते हुए सभी कोटि के छात्राओं एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्र-छात्राओं से कोई शुल्क नहीं लेना था। उसे ही गबन बताकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।