राज्य ग्राम्य विकास संस्थान में जिला रिसोर्स पर्सन का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शुरू!
सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं की भागीदारी जरूरी : नीति श्रीवास्तव
///जगत दर्शन न्यूज
लखनऊ (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जिला रिसोर्स पर्सन का संकुल स्तरीय संघ पंजीकरण एवं अनुपालन विषयक चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सोमवार को राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बक्शी का तालाब में आरंभ हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उपायुक्त नीति श्रीवास्तव ने कहा कि आज महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने समाज में अपनी सशक्त पहचान बनाई है, लेकिन अब भी उन्हें गरीबी और कुरीतियों से बाहर निकालने हेतु संगठित प्रयासों की आवश्यकता है।
उपायुक्त सुषमा देवी ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आवश्यक है कि वे अपने आर्थिक निर्णय स्वयं ले सकें। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि समूह से जुड़ी महिलाएं केवल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए नहीं, बल्कि सामूहिक लाभ के लिए काम करें, ताकि समाज में व्यापक बदलाव लाया जा सके।
इस दौरान डॉ. नन्दकिशोर साह ने प्रशिक्षण की विषयवस्तु पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि इसमें संकुल स्तरीय संघ के बायोलॉज, ऑडिट, अनुपालन, इनकम टैक्स, जीएसटी, पैन कार्ड और रजिस्ट्रेशन से जुड़ी जानकारियाँ रोल प्ले, फ्लिपचार्ट और प्रोजेक्टर के माध्यम से दी जा रही हैं।
संस्थान के सत्र निदेशक डॉ. सत्येन्द्र गुप्ता ने प्रशिक्षण की उपयोगिता पर चर्चा की जबकि फैकल्टी डॉ. विनीता रावत ने अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
प्रशिक्षण में स्टेट रिसोर्स पर्सन मोरीष कुमार और अमितेश बतौर प्रशिक्षक शामिल हैं। इस अवसर पर राजीव अग्रवाल, बीबी कटियार, उर्मिला, रमेश, अतुल पांडेय, विवेक एवं राहुल पांडेय ने भी अपने विचार साझा किए।
यह प्रशिक्षण प्रदेश भर में महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक पहल मानी जा रही है।