उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाजितपुर में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रारम्भ!
सारण (बिहार): बिहार शिक्षा परियोजना सारण शिक्षा विभाग के तत्वाधान में बुधवार को उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बाजितपुर, परसा में रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रारम्भ हुआ। विद्यालय के प्राचार्य विकाश कुमार के देखरेख में कैम्प का संचालन चल रहा है। प्रशिक्षक के रूप में आए सारण जिला कराटे संघ के अध्यक्ष आकाश कुमार राय ने आत्मरक्षा हेतु सभी छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करने का कार्य किया। आत्मरक्षा के कई गुण कैंप में खुद करके दिखलाकर छात्राओं को सिखलाया गया। उन्होंने कराटे का महत्व बताते हुए कहा कि यह न केवल शारीरिक सुरक्षा के लिए उपयोगी है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक सशक्तिकरण का भी एक प्रभावी माध्यम है। कराटे सीखने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है, जिससे वह कठिन परिस्थितियों में साहस और आत्मनिर्भरता के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है।
कराटे के अभ्यास से शरीर मजबूत, लचीला और फुर्तीला बनता है, जिससे व्यक्ति किसी भी हमले का सामना कर सकता है।
कराटे में विभिन्न तकनीकें जैसे पंच, किक और ब्लॉक सिखाई जाती हैं, जो आत्मरक्षा के लिए बेहद कारगर होती हैं।
कराटे का अभ्यास ध्यान और मानसिक शांति को बढ़ावा देता है, जिससे संकट के समय व्यक्ति शांत और सतर्क रह सकता है।इतना ही नहीं कराटे सीखने से व्यक्ति को खतरों को पहचानने और उनके प्रति तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता विकसित होती है। कराटे का अभ्यास अनुशासन सिखाता है और गुस्से या डर पर काबू पाने की क्षमता विकसित करता है।
कराटे आत्मरक्षा के साथ-साथ जीवन के हर क्षेत्र में एक सशक्त और सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है। यह विशेष रूप से बच्चों और महिलाओं के लिए उपयोगी है, क्योंकि यह उन्हें सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देता है।
इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक प्रवीण कुमार सिंह, अनिल कुमार चौधरी, प्रमोद कुमार, एसएम इमरान अहमद, गणेश राय, नवल किशोर राय, रजनीश विश्वकर्मा, नगीना लाल मांझी, अनुपम पाठक, ओम प्रकाश यादव, अंजना कुमारी, विकास कुमार, राखी कुमारी, सुजीत कुमार, सत्य कुमार साह, अवधेश कुमार मांझी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।