सारण में तीन शिशुओं को मिला नया आश्रय, दत्तक ग्रहण प्रक्रिया पूरी होने पर दंपत्तियों के खिले चेहरे!
जिलाधिकारी अमन समीर ने अपने कार्यालय में किया औपचारिक हस्तांतरण!
छपरा, सारण | 07 जुलाई 2025
जिंदगी की आपाधापी में माता-पिता बनने की चाह रखने वाले तीन दंपत्तियों के लिए सोमवार का दिन उम्मीदों और भावनाओं से भरा रहा। सारण जिला प्रशासन द्वारा विधिसम्मत प्रक्रिया के तहत तीन नवजात शिशुओं को उनके दत्तकग्राही माता-पिता को सौंपा गया, जिससे दंपत्तियों के चेहरे पर खुशियों की लहर दौड़ पड़ी।
जिलाधिकारी श्री अमन समीर ने अपने कार्यालय में तीनों शिशुओं का फाइनल एडॉप्शन आदेश जारी कर उन्हें नए माता-पिता को सुपुर्द किया। यह प्रक्रिया भारत सरकार के CARINGS पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन, प्रतीक्षा सूची, आवश्यक जाँच और स्वीकृति के बाद पूरी की गई। दंपत्ति देश के विभिन्न राज्यों से आए थे और विधिक प्रक्रिया पूरी होने पर उनके घरों में मातृत्व-पितृत्व की सौगात पहुंची।
गोद लेने की यह प्रक्रिया समाज कल्याण विभाग अंतर्गत जिला बाल संरक्षण इकाई एवं विशिष्ट दत्तकग्रहण संस्थान, सारण द्वारा संपन्न कराई गई। संस्थान में देख-रेख में रह रहे "चिल्ड्रन इन नीड ऑफ केयर एंड प्रोटेक्शन" श्रेणी के बच्चों की सुरक्षित परवरिश होती है, और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें दत्तक ग्रहण के लिए सूचीबद्ध किया जाता है। इस अवसर पर सहायक निदेशक, बाल संरक्षण पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
जानिए — कौन कर सकता है बच्चा गोद?
दंपत्ति के लिए:
मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हो
कम से कम दो वर्ष का वैवाहिक जीवन पूरा हो
दो संतान वाले सामान्य बालक को गोद नहीं ले सकते, केवल विशेष आवश्यकता वाले बच्चे ही गोद लिए जा सकते हैं।
एकल महिला: लड़का या लड़की दोनों को गोद ले सकती हैं
एकल पुरुष: केवल लड़के को गोद ले सकते हैं
आवेदन प्रक्रिया:
carings.wcd.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण
दस्तावेज़ सत्यापन, गृह अध्ययन और प्रतीक्षा सूची की प्रक्रिया
केवल CARINGS के माध्यम से ही वैध दत्तक ग्रहण — अन्य माध्यम से गोद लेना कानूनन अपराध है।
संदेश:
यह पहल न केवल बेसहारा बच्चों को नया जीवन देती है, बल्कि उन परिवारों को भी संतान-सुख का आशीर्वाद प्रदान करती है जो वर्षों से इसकी कामना कर रहे होते हैं।