पहली बार प्रमंडल स्तरीय बीएलओ प्रशिक्षण आयोजित, योग्य छूटे नहीं, अयोग्य जुटे नहीं का मंत्र!
सारण (बिहार): बिहार सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित प्रमंडल स्तरीय बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) प्रशिक्षण का आयोजन आज छपरा में किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बीएलओ और निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों को उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराना था।
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए श्रीमती गीता चौबे, जो आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त प्रशिक्षण प्रेक्षक हैं, ने कहा कि बीएलओ भारतीय निर्वाचन आयोग का प्रतिनिधित्व करते हैं और यह पद अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "हमारा मूल मंत्र है – योग्य छूटे नहीं, अयोग्य जुटे नहीं।"
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गोपाल मीणा, प्रमंडलीय आयुक्त ने बीएलओ के कार्य को लोकतंत्र की नींव बताते हुए, सभी अधिकारियों को सही जानकारी और तैयारी के साथ कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अब्राहम लिंकन की उक्ति का हवाला देते हुए कहा, "किसी काम को करने का छह घंटे समय मिले तो चार घंटे तैयारी करूंगा।"
जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री अमन समीर ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया की सफलता की नींव एक स्वच्छ और सही मतदाता सूची है। उन्होंने बीएलओ से आग्रह किया कि वे नियमों के प्रति अपडेट रहें और हर समय चुनाव प्रक्रिया में पूरी तत्परता से काम करें।
उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनिल राय ने बीएलओ का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें प्रशिक्षण के दौरान सीखी गई बातों को अन्य बीएलओ से साझा करने का आग्रह किया।
इस प्रशिक्षण में विभिन्न सत्रों के माध्यम से बीएलओ की नियुक्ति, अधिकार, कर्तव्य, नियम, और मतदाता सूची की शुद्धता पर विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान लाइव रोल प्ले, समूह गतिविधियाँ और ईवीएम हैंड्सऑन सेशन भी आयोजित किए गए। अंत में, एक ऑनलाइन परीक्षा के माध्यम से बीएलओ की योग्यता की जांच की गई।