स्वास्थ्य उपकेंद्र जसौली का स्वास्थ्य मंत्री ने किया उद्घाटन, जबकि 23 करोड़ 52 लाख की लागत से जिले के 46 स्वास्थ्य संस्थानों का किया शिलान्यास!
स्वस्थ्य बिहार समृद्ध बिहार बनाना हम सभी का मुख्य उद्देश्य, छह महीने के अंदर हमने स्वास्थ्य संस्थानों का जितना शिलान्यास और उद्घाटन किया है शायद उतना पूर्व की सरकार ने नहीं किया होगा: मंगल पाण्डेय
सिवान (बिहार): उच्च रक्तचाप, मधुमेह और रक्त जैसी छोटी-छोटी जांच कराने के बाद किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। इसके लिए हमलोगों ने पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य संस्थानों का उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है। क्योंकि स्वस्थ्य बिहार और समृद्ध बिहार का मुख्य उद्देश्य यही है। उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने पचरुखी प्रखंड अंतर्गत जसौली गांव स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र के उद्घाटन समारोह के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि विगत 6 से 7 महीने के अंदर हमने स्वास्थ्य संस्थानों का जितना शिलान्यास और उद्घाटन किया है, शायद उतना पूर्व की सरकार ने 1990 से 2005 तक की राज्य सरकार ने नहीं किया होगा। केवल सदर अस्पताल में 100 बेड का मॉडल अस्पताल और 100 बेड का (एम सी एच) मातृ शिशु अस्पताल सहित 282 बेड का अस्पताल बनकर तैयार है जबकि कुछ निर्माणाधीन है। स्वास्थ्य उपकेंद्र जसौली के परिसर में आयोजित समारोह के दौरान कहा कि लगभग 20 करोड़ की लागत से जिले में 46 स्वास्थ्य संस्थानों जबकि 3. 5 करोड़ की लागत से 50 बेड का प्री फैब अस्पताल का शिलान्यास किया गया है। जिसमें मुख्य रूप से महाराजगंज में 7, गोरेयाकोठी में 7, ज़िरादेई में 8, बड़हरिया में 7, दारौंदा में 7, रघुनाथपुर में 5, दरौली में 5 के अलावा सदर अस्पताल में 50 बेड का गंभीर रूप से बीमारियों की देखभाल के लिए अस्पताल का शिलान्यास किया गया है।
वहीं सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद और डीपीएम विशाल कुमार सिंह से स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आपलोग शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर वैसे विद्यालयों को चिन्हित कीजिए जहां 9 से 14 वर्ष की बेटियां पढ़ाई करती है, उन विद्यालयों में जाकर बेटियों को टीका दिलवाने का काम आप लोग सुनिश्चित कीजिए। वहां के चिकित्सक और जीएनएम, नर्सिंग से उनके माध्यम से विद्यालयों में जाकर हम बेटियों को टीका देने का काम करेंगे जो अभिभावक अस्पताल में लेकर आएंगे उनको तो मुक्त में टीका देंगे। क्योंकि जिले की बहन बेटियां जिसकी उम्र 9 से 14 साल है, उन सभी को भविष्य में कैंसर नहीं होने देने के लिए संकल्प के साथ HPV टीकाकरण शत प्रतिशत पूरा किया जाना चाहिए। क्योंकि इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुत महंगी वैक्सीन खरीदने की अनुमति दी थी। ताकि हमारी बहन बेटियों को भविष्य में बच्चेदानी का कैंसर नहीं हो। आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख तक का इलाज मुफ्त मिल रहा है। वहीं अगर किसी का कार्ड नहीं बना है तो राशन कार्ड धारी परिवार के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर या बसुधा केंद्र में जाकर अपन आयुष्मान कार्ड बनवा लें।
स्वास्थ्य मंत्री ने उद्घाटन सह शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल ग्रामीणों से भोजपुरी में कहा कि हमरा घर परिवार के लोग बीमार मत पड़ो, अगर कौनो तरीका से बीमार पड़ जाई त ओकर समुचित इलाज हो सके। एकरा खातिर हमनी सन पंचायत स्तर पर अस्पताल बनावत बानी। काहे की छोट- छोट बीमारी खातिर लोग के गांव, मोड़ आउर चट्टी पर जाए के ना पड़ी। ओही खातिर रउरा लोगीन के अपना पंचायत में अस्पताल बनता। अब सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड शुगर, बीपी सब तरह के जांच आ इलाज करा के अपना के स्वस्थ रखी लोग। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद और जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल को संयुक्त रूप से ए ई एस का किट बैग दिया। जबकि स्वास्थ्य मंत्री ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का विधिवत उद्घाटन के बाद सभी विभागों का अवलोकन करने से पहले खुद रक्त जांच कराई। इसके साथ ही कई अन्य नेता और अधिकारियों द्वारा भी अपना अपना रक्त और उच्च रक्तचाप जांच कराया गया।
स्थानीय सांसद विजय लक्ष्मी देवी, विद्यालय कमलजीत सिंह उर्फ़ प्यार सिंह, अमरजीत कुशवाहा, पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा, सिवान कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष सह विधान पार्षद मनोज सिंह, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक संजय पाण्डेय, वर्तमान जिलाध्यक्ष राहुल तिवारी, सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीवीबीडीसीओ डॉ ओम प्रकाश लाल, डीआईओ डॉ अरविंद कुमार, बीएमएससीआईएल के प्रमोद राय, सीएचसी पचरुखी के एमओआईसी डॉ प्रिंस अभिषेक, डीपीएम विशाल सिंह, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, बीएचएम अंजनी कुमार और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) श्रेया कुमारी सहित स्थानीय सीएचसी और स्वास्थ्य उपकेंद्र के चिकित्सक के अलावा अन्य कर्मी मौजूद रहे।