सिवान एक मात्र अनुमंडलीय अस्पताल महाराजगंज सहित छः सीएचसी को कायाकल्प के तहत किया गया चयनित!
मरीजों का बेहतर इलाज और कुशल प्रबंधन के आधार पर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का हुआ कायाकल्प: सिविल सर्जन
स्वास्थ्य संस्थानों को पहले से बेहतर करने का किया जा रहा प्रयास: डीपीएम
सिवान (बिहार): सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जिलेवासियों को सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सके इसके लिए विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का कायाकल्प के तहत सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ कुमार अभिमन्यु ने बताया कि कायाकल्प के तहत जिले के एक मात्र अनुमंडलीय अस्पताल महाराजगंज के अलावा छः सरकारी अस्पतालों का कायाकल्प किया गया है। कायाकल्प के तहत चयनित अस्पतालों को पुरस्कार राशि भी प्रदान की गई है। कायाकल्प के तहत सिवान जिले के महाराजगंज अनुमंडलीय मुख्यालय स्थित अस्पताल को 72.03 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ है, तो बसंतपुर सीएचसी को 73.23, जिरादेई को 73.69, बड़हरिया को 74 15, रघुनाथपुर को 74.92, हुसैनगंज को 76.03 जबकि जिले के आकांक्षी आंदर प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को 79.07 अंकों के साथ पुरस्कृत किया गया है। वहीं इन अभी चयनित स्वास्थ्य केंद्रों को एक एक लाख रुपए प्रोत्साहन के रूप में राशि मिलने वाली है।
कायाकल्प योजना के तहत अस्पतालों में मुख्य रूप से आठ बिंदुओं पर फोकस किया जाता है। जिनमें अस्पताल का अपना भवन, वहां की स्वच्छता व साफ सफाई, कचरा निष्पादन की व्यवस्था, इंफेक्शन कंट्रोल कमेटी का क्रियाकलाप, सपोर्ट सर्विस (आउटसोर्स कर्मियों के काम काज व उपलब्धता), हाइजेनिक प्रोमोशन और बी ऑन द बांड्री यानि अस्पताल परिसर के बाहर आसपास वाले क्षेत्रों की साफ सफाई का होना शामिल है। इसके अलावे साईनेज बोर्ड, आयुर्वेदिक बगीचा गयी है।
स्वास्थ्य संस्थानों को पहले से बेहतर करने का किया जा रहा प्रयास: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम विशाल कुमार ने बताया कि जिले के छह सीएचसी सहित एक अनुमंडलीय अस्पताल महाराजगंज को कायाकल्प के तहत मानकों को पूर्ण रूप से खड़ा उतारा गया है। जिसमें मुख्य रूप से स्वच्छता और सफाई, संक्रमण नियंत्रण, रोगी अनुभव में सुधार, मानकों का पालन, सुविधाओं में सुधार, बायोमेडिकल वेस्ट स्टोरेज, रोगियों के बीच बेहतर व्यवहार शामिल है। इन मानकों के तहत जिले के सात सरकारी अस्पतालों का कायाकल्प किया गया है, जिसमें सबसे अधिक आंदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो सबसे कम एसडीएच महाराजगंज को 72.03 अंकों से संतोष करना पड़ा है। इन सभी स्वास्थ्य संस्थानों को सहायता राशि प्रदान की गई है। उक्त राशि का 25 प्रतिशत स्वास्थ्य केंद्र के कर्मियों को बीच वितरित किया जाता है, जबकि 75 प्रतिशत राशि उक्त अस्पताल के मेंटेनेंस पर खर्च किया जाता है। कायाकल्प योजना के तहत विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के द्वारा बेहतर चिकित्सीय सुविधाओं का सुधार किया गया हैं, वह न केवल मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि इससे स्वास्थ्य विभाग पर भी मरीजों का विश्वास बढ़ा है। क्योंकि यह योजना स्वास्थ्य संस्थानों को एक नए दृष्टिकोण से दिखती है, जिसमें अस्पताल केवल इलाज का स्थान नहीं बल्कि एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण का माहौल भी बनाता है, जो मरीजों के अच्छे स्वास्थ्य की ओर एक सार्थक पहल के रूप में भी देखा जा रहा है।
मरीजों का बेहतर इलाज और कुशल प्रबंधन के आधार पर विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का हुआ कायाकल्प:
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि राज्य के 19 स्वास्थ्य संस्थानों का कायाकल्प के समकक्ष मूल्यांकन (पियर असेसमेंट) के आधार पर सराहना पुरस्कार देने की अनुशंसा की गई। जिसमें सिवान जिले के अनुमंडलीय अस्पताल महाराजगंज के अलावा आकांक्षी प्रखंड अंतर्गत आंदर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बड़हरिया, बसंतपुर, हुसैनगंज, रघुनाथपुर और जिरादेई को कायाकल्प अंतर्गत चयनित किया गया है। इन सभी स्वास्थ्य संस्थानों को एक - एक लाख रुपए प्रोत्साहन राशि के रूप में मिलने वाला है। जिसमें से 75 प्रतिशत राशि का उपयोग राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) तथा कायाकल्प अंतर्गत चिन्हित कमियों को दूर करने में खर्च किया जाएगा। ताकि शत प्रतिशत इसका उपयोग किया जा सके। यह योजना अस्पतालों को स्वच्छ, सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रेरित करती है, ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल मिल सके। जिले के अभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा मरीजों के साथ बेहतर इलाज और कुशल प्रबंधन के आधार पर मरीजों को मिलने वाली चिकित्सीय सलाह और उपचार में हुए सुधारों की सराहना जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता सहित राज्य के अधिकारियों द्वारा भी की जाती रही है।
विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध सुविधाएं:
24 घंटे इमरजेंसी सेवा
प्रसव की सुविधा
मातृ- शिशु स्वास्थ्य
टीकाकरण
ओपीडी सेवा
दवा का बेहतर रख-रखाव और उपलब्धता
आधुनिक सुविधाओं से लैस प्रसव कक्ष और ओटी
शौचायल-पेयजल की सुविधा
हर्बल गार्डेन