सीमित संसाधनों में भी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कुमकुमपुर के सीएचओ निभा रहे हैं महत्वपूर्ण भूमिका!
आवश्यक रूप से कई प्रकार की, सलाह और दवाओं की सुविधाएं उपलब्ध: सिविल सर्जन
लगभग 15 हजार की आबादी वाले आधा दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करानी पहली प्राथमिकता: सीएचओ
सिवान (बिहार): केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब कमजोर एवं मध्यम वर्ग के लोगों को सभी तरह की स्वास्थ्य उपलब्ध कराई जाती है। क्योंकि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोलने का मुख्य उद्देश जनमानस को सौहार्दपूर्ण वातावरण में विश्वसनीय गुणवत्तापूर्ण एवं विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराना है। सिविल सर्जन डॉ श्री निवास प्रसाद के अनुसार बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार रवि रंजन के मार्ग दर्शन में कुमकुमपुर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) मोहम्मद नवाज शरीफ बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। क्योंकि सीएचसी की दूरी लगभग पांच किलो मीटर दूर है लेकिन स्थानीय ग्रामीणों सहित आसपास के हजारों लोगों को स्थानीय स्तर पर सभी तरह की प्रारंभिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। क्योंकि एमओआईसी के दिशा निर्देश में एएनएम, आशा फेसिलेटर और आशा कार्यकर्ताओं का भरपूर सहयोग मिलता है। स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण स्तर पर गैर संचारी रोग और संचारी रोग से संबंधित सभी तरह की जांच, उचित सलाह और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। साथ ही आवश्यक रूप से कई प्रकार की जांच सुविधाएं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर होती है। इसके अलावा संबंधित बीमारियों के लिए सभी प्रकार की दवाइयां भी दी जाती हैं। उन दवाओं का किस प्रकार उपयोग किया जाए इसका भी परामर्श अस्पताल में आने वाले सभी लोगों को दिया जाता है। पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मां, बच्चे और बुजुर्गो के स्वास्थ्य को लेकर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता था। लेकिन अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत सीएचओ और एएनएम के माध्यम से हर तरह सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। लेकिन उसके पहले सभी सेंटर को पूर्ण रूप से विकसित किया गया है।
बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार रवि रंजन ने बताया कि स्थानीय स्तर पर सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि ग्रामीणों को समय रहते हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उच्च रक्तचाप, मधुमेह, एनसीडी कार्यक्रम के अंतर्गत कैंसर स्क्रीनिंग, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाता है। हालांकि गंभीर रूप से अन्य बीमारियों का लक्षण की जानकारी होने के बाद मरीज को
सीएचओ द्वारा सीएचसी रेफर कर दिया जाता है। संबंधित पंचायत के मुखिया द्वारा यथा संभव सहयोग किया जाता है। साथ ही एचडब्ल्यूसी पर प्रत्येक महीने 14 तारीख को निक्षय दिवस और 16 को स्वास्थ्य मेला का आयोजन कर वृहद पैमाने पर ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच कर उचित सलाह और दवाएं दी जाती है।
कुमकुमपुर गांव स्थित आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) महम्मद नवाज़ शरीफ़ ने बताया कि स्थानीय गांव के अलावा खोरी पाकड़, मठिया, बारवां कला, बारवां खुर्द और रामपुर गांव के लगभग 14 हज़ार 4 सौ से अधिक लोगों के स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसको लेकर हमने काम शुरू किया है। स्थानीय स्तर पर सभी तरह की जांच के अलावा टीबी मुक्त अभियान के तहत बलगम का संग्रह किया जाता हैं। साथ ही मलेरिया, एचआईवी जांच, एएनसी और टेली कंसल्टेंसी की सुविधाएं सुनिश्चित की गई है। ताकि किसी भी ग्रामीणों को दूर जाकर इलाज नही कराना पड़े। हालंकि टीबी मुक्त अभियान के तहत कुमकुमपुर पंचायत को मुक्त कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अलावा स्थानीय पंचायत के मुखिया छोटेलाल चौधरी का हर समय सहयोग मिलता है। जिस कारण छोटे मोटे परेशानियों को आसानी से दूर कर लिया जाता है। सीमित संसाधनों में सभी तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी बनती है लेकिन सहयोग सभी का होना चाहिए। फिलहाल किराए के मकान में एचडब्ल्यूसी संचालित किया जा रहा है लेकिन जल्द ही नए भवन में शिफ्ट कर लिया जाएगा।