शबनम: गर्भवती महिलाओं के लिए बनती वरदान!
/// जगत दर्शन न्यूज़
रिपोर्ट: सुनीता सिंह 'सरोवर'
गढ़वा (झारखंड): जब आठ दस साल की उम्र में लड़कियां गुड़िया से खेल कर अपना मन बहलाती हैं, वहीं शबनम अपने गांव में स्वास्थ्य के प्रति महिलाओं को प्रेरित करती थी। शबनम का ये जुनून उन्हे स्वास्थ्य सेवा के प्रति जागरूक किया।
कौन है शबनम?
गढ़वा जिला के डंडई प्रखंड स्थित करके गांव में एक गरीब परिवार में रईस अंसारी के घर इनका जन्म हुआ। गांव के विद्यालय से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद कम उम्र में शादी होने से इनके सपने कुछ दिन के लिए सपने बन कर ही रह गए, लेकिन यदि हौसला हो तो अपने सपनो को साकार किया जा सकता है। शबनम ने जीएनएम का कोर्स किया और सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना प्रारंभ किया।
आज कल एक तरफ जहां सरकारी सेवकों के प्रति आम जन में रोष व्याप्त रहता है वही दूसरी तरफ चैनपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जीएनएम शबनम खातून अपनी लगनता और उत्प्रेरण की वजह से गरीब आम जनों के कम समय में काफी लोकप्रिय हो गई हैं। शबनम बताती हैं ," गरीब घरों में प्रसव के समय काफी उहापोह की स्थिति रहती है क्योंकि यदि प्रसव सामान्य न हो शल्य क्रिया के द्वारा हो और निजी अस्पताल में हो तो आर्थिक रूप से गरीबों का कमर तोड़ देती है। सामान्यतः निजी अस्पतालों में पैसा कमाने के लिए शल्य चिकित्सा पर जोर दिया जाता है, और गरीब आर्थिक रूप से विकलांग होकर पैसा दे भी रहे हैं।
शबनम बताती हैं - एक गरीब घर में जन्म लेकर मैने इसी वजह से जीएनएम का कोर्स किया ताकि सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं से गरीब निराश न हो। मैं हर किसी से बोलती हूं की सरकारी अस्पताल में प्रसव सबसे सुरक्षित का कराया जाता है। शबनम अपने कार्य के प्रति कितनी जागरूक हैं इस से समझा जा सकता है की प्रतिदिन इनके द्वारा चार से पांच प्रसव करवाया जाता है। शबनम का नाम आज चैनपुर का घर घर जानता हैं। लोगों में इस प्रकार का रुझान अगर सभी कर्मी करने लगे तो सरकार के कार्य और योजनाओं के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ेगा।
शबनम सुरक्षित प्रसव के लिए नित्य ब्लॉग भी लिखती हैं तथा अपने ब्लॉग में गर्भधारण, गर्भावस्था के दौरान आहार, सुरक्षित प्रसव के लिए नियमित योग आदि विषयों पर ब्लॉग के माध्यम से भी जन साधारण को प्रेरित करती रहती है। इनके इस कार्य के लिए दिव्य प्रेरक कहानियां और दिव्यालय साहित्यिक यात्रा से सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।