डेयरी क्षेत्र में केंद्र सरकार की ऐतिहासिक पहल पर सहकार भारती छत्तीसगढ़ ने जताया आभार!
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रायपुर/ प्रेरणा बुड़ाकोटी: केंद्र सरकार द्वारा डेयरी क्षेत्र को नया आयाम देने हेतु तीन नई बहु-राज्यीय सहकारी समितियों की घोषणा पर सहकार भारती छत्तीसगढ़ ने गहरा स्वागत और आभार प्रकट किया है। केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह द्वारा की गई इस ऐतिहासिक घोषणा को ‘खेती के साथ सहकारिता को जोड़ने की दूरदर्शी पहल’ बताया गया है।
सहकार भारती छत्तीसगढ़ के पैक्स प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री घनश्याम तिवारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री रामप्रकाश केशरवानी तथा जिला पंचायत जांजगीर-चांपा के सहकारिता सभापति श्री महादेव नेताम ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि यह कदम ‘सहकार से समृद्धि’ के मंत्र को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा।
श्री तिवारी ने कहा कि इन समितियों के गठन से पशुपालकों, कृषकों और ग्रामीण युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नया बल मिलेगा। वहीं, श्री केशरवानी ने गोबर, पुआल और मृत मवेशियों के प्रबंधन को लाभकारी और व्यवस्थित बनाने के इस प्रयास को लंबे समय से अपेक्षित पहल बताया।
श्री महादेव नेताम ने छत्तीसगढ़ जैसे कृषि और पशुपालन प्रधान राज्य को इस योजना में विशेष रूप से सम्मिलित करने की मांग करते हुए कहा कि राज्य की PACS और दुग्ध समितियाँ प्रभावी भागीदार बन सकती हैं।
घोषित तीन समितियाँ निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित होंगी:
- पुआल आधारित पशु आहार उत्पादन, रोग नियंत्रण एवं कृत्रिम गर्भाधान
- गोबर प्रबंधन एवं जैविक खेती को बढ़ावा
- मृत मवेशियों के अवशेषों का सुरक्षित और व्यावसायिक उपयोग
इन समितियों का उद्देश्य संसाधनों का समुचित उपयोग, रोजगार सृजन और ग्रामीण विकास को प्रोत्साहित करना है।
नेताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि सहकारिता भारत के ग्रामीण विकास की रीढ़ है, और इसे एक जनांदोलन का रूप देना समय की मांग है। यह निर्णय उसी दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
सहकार भारती छत्तीसगढ़ ने यह भी आश्वस्त किया कि राज्य में इन योजनाओं के प्रचार-प्रसार, प्रशिक्षण, जागरूकता और क्रियान्वयन हेतु वह अपने पूरे नेटवर्क के साथ सरकार को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।