राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस):
राज्य स्तरीय मूल्यांकन टीम द्वारा शहर के लक्ष्मीपुर और महादेवा यूपीएचसी का एनक्यूएएस के तहत किया जाएगा अंकेक्षण!
यूपीएचसी में चिकित्सीय सुविधाएं और व्यवस्था को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने की कवायद पूरी: सिविल सर्जन
विभागीय स्तर पर संबंधित अधिकारी और कर्मियों के साथ की समीक्षात्मक बैठक
सारण (बिहार): शहर के महादेवा और लक्ष्मीपुर मोहल्ला स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध चिकित्सकीय सुविधाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के निर्धारित मानकों के अनुरूप बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद की अध्यक्षता में तैयारी को लेकर अंतिम समीक्षा बैठक हुई। जिसमें सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, लेखा प्रबंधक, बीएमएनई, लैब टेक्नीशियन, डाटा ऑपरेटर, एएनएम और आशा कार्यकर्ता को विंदुवार प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीपीएम विशाल कुमार, डीपीसी इमामुल होदा, डीसीक्यूए डॉ कुमार अभिमन्यु, डीएमएंडईओ रवि शेखर सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग को तीन स्तर पर प्रमाणीकरण के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण योजना की शुरुआत की गई है। जिसको लेकर सिवान शहर के यूपीएचसी में चिकित्सीय सुविधाएं और चिकित्सकीय व्यवस्था को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार करने की कवायद पूरी कर ली गई है। इसके तहत अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के प्रमाण पत्र के लिए न्यूनतम 70 प्रतिशत अंक लाना होगा। इसके लिए सक्षम पोर्टल पर सभी मानकों से संबंधित डाटा को अपलोड करना होगा।
लक्ष्मीपुर और महादेवा यूपीएचसी का एनक्यूएएस के तहत होगा अंकेक्षण: डीपीएम
जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) विशाल कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण को लेकर की जा रही तैयारियों से संबंधित एक्शन प्लान तैयार करने के बाद शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएससी) महादेवा और लक्ष्मीपुर के अधिकारियों सहित सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक को दिए गए आवश्यक दिशा- निर्देश के आलोक में तैयारियों से संबंधित अंतिम समीक्षा बैठक हुई। ताकि आने वाले दिनों में राज्य स्तरीय मूल्यांकन टीम द्वारा निरीक्षण किया जाना है। विभागीय स्तर पर अंतिम चरण में संबंधित अधिकारी और कर्मियों के साथ समीक्षात्मक बैठक करने के बाद कहां और किस प्रकार की कमियां रह गई हैं। उसके संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त कर उसको अविलंब पूरा करने को कहा गया है। ताकि टीम के सामने किसी प्रकार की कमियां नहीं रहे। राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक महम्मद मसूद आलम, वित प्रबंधक कुमार नयन और यूनिसेफ के राज्य सलाहकार डॉ जगजीत सिंह की टीम द्वारा उक्त दोनों यूपीएससी का अंकेक्षण किया जाना है।ताकि शहरी क्षेत्र के निवासियों को स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराया जा सके।
दोनों शहरी स्वास्थ्य केंद्रों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया गया विकसित: डीसीक्यूए
जिला सलाहकार, गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ कुमार अभिमन्यु ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर राज्य स्तरीय टीम द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का अंकेक्षण किया जाना है। जिसको लेकर संबंधित अधिकारी और कर्मियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया है। इसके अलावा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की जिम्मेदारी, संबंधित कार्य में विशेष दक्षता व कौशल रखने वाले कर्मियों से सभी तरह की आवश्यक तैयारी पूरी करने को कहा गया है। क्योंकि एनक्यूएएस प्रमाणीकरण कराने में किसी तरह से कोई परेशानी नहीं हो। उसके लिए सक्षम पोर्टल पर संधारण, अंकेक्षण और अनुश्रवण से संबंधित प्रशिक्षण पहले ही दिया जा चुका है। वहीं उपस्थित सभी प्रतिभागियों से कहा गया कि शहरी स्वास्थ्य केंद्रों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया गया है लेकिन जहां भी कमियां दिखे उसको जल्द से जल्द पूरा करना सुनिश्चित किया जाए। क्योंकि इसका मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को लेकर केंद्र व राज्य सरकार के अलावा स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा अनिवार्य रूप से लगातार प्रयास किया जाता हैं।