राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक को रिफ्रेशर प्रशिक्षण शिविर के दौरान किया गया प्रशिक्षित:
ग्रामीण क्षेत्रों की आबादी को निःशुल्क स्वास्थ्य देखभाल और गुणवतापूर्ण चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराना एनएमएम का मुख्य उद्देश्य: क्षेत्रीय अपर निदेशक
सारण (बिहार): संवाददाता सत्येन्द्र कुमार शर्मा: भारत के ग्रामीणों को निःशुल्क स्वास्थ्य देखभाल और गुणवतापूर्ण चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत एक स्वास्थ्य योजना शुरू की गई है। हालांकि यह ग्रामीण क्षेत्रों के सभी स्थायी निवासियों के लिए उपलब्ध है। उक्त बातें क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने एनएमएच कार्यक्रम के अंतर्गत प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक को दो दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण के अंतिम दिन समापन समारोह के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा लिया जाने वाला पुनर्प्रशिक्षण (रिफ्रेशर प्रशिक्षण) का एक पहलू है जो पहले से ही योग्य है या पहले से ही किसी क्षेत्र में सक्षम के रूप में मूल्यांकन किया गया है, जिसका उद्देश्य कौशल ज्ञान को बदले हुए मानक पर अपडेट करना है।
एम आशा एप, एचबीएनसी, पीएमएसएमए और नियमित टीकाकरण को लेकर अत्यधिक कार्य करने की जरूरत: आरपीएम
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार ने बताया कि छोटे बच्चों की सेहत, गर्भवती और धात्री माताओं के स्वास्थ्य से संबंधित गृह आधारित देखभाल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक को प्रशिक्षित किया गया है। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षणार्थी अपने- अपने पोषक क्षेत्रों की आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर- घर जाकर छोटे- छोटे बच्चों के स्वास्थ्य से संबंधित देखभाल कराने वाली सभी आशा कार्यकर्ताओं को गृह भ्रमण के दौरान प्रसव पूर्व जांच (एएनसी), एम आशा एप, एचबीएनसी, पीएमएसएमए और नियमित टीकाकरण सहित कई अन्य प्रकार की सेवाएं देने को लेकर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है। हालांकि आशा कार्यकर्ताओं को लगभग 87 प्रकार के कार्यों को अश्विन पोर्टल पर अपलोड करना होता है। जिसके लिए सभी आशा कार्यकर्ताओं को नई- नई तकनीकी उपकरणों से जुड़ना होता है। ताकि अपने कार्यों को शत प्रतिशत पूरा कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकें।
सिवान और गोपालगंज जिले के बीसीएम को एनएचएम कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन: क्षेत्रीय आशा समन्वयक
क्षेत्रीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि 13 और 14 अगस्त को सिवान जिले के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) आलोक कुमार के नेतृत्व में सभी प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक जबकि 16 और 17 अगस्त को गोपालगंज के डीसीएम सत्यम कुमार और डीडीए निकहत प्रवीण के नेतृत्व में एनएचएम कार्यक्रम के अंतर्गत प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक को दो दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षित अभियान, नियमित टीकाकरण, ई पीएमएसए, एचबीएनसी, एम आशा एप, सोशल सिक्योरिटी स्कीम, आशा कार्यक्रम, आरसीएच पोर्टल और एफपीएलएमआईएस, अश्विन पोर्टल, मोबाइल अकादमी किलकारी, परिवार नियोजन कार्यक्रम से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई है। वहीं राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम से संबंधित आयोजित होने वाले विभिन्न प्रकार के आयोजनों को शत प्रतिशत प्रतिवेदित करना सुनिश्चित करना है।
सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय स्वास्थ्य अपर निदेशक डॉ सागर दुलाल सिन्हा, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार, लेखा प्रबंधक विजय कुमार राम, क्षेत्रीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शादान रहमान, प्रमंडलीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह, क्षेत्रीय बायो मेडिकल इंजीनियर साबित्री पंडित, कार्यालय सहायक मनोज कुमार, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र कुमार रस्तोगी, आरपीएमयू कर्मी अंकूर कुमार और रंजय सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।