जिला या अन्य राज्यों से लौट रहे परिवार के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए चलाया जा रहा है विशेष अभियान!
दीपावली व छठ के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों और प्रदेशों से आने- जाने बच्चों की निगरानी को लेकर टीम गठित:
दस दिवसीय पल्स पोलियो अभियान में 70 टीम को किया गया प्रतिनियुक्त: डीआईओ
सिवान (बिहार): दीपावली और लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर बड़ी संख्या में बिहार के अन्य राज्यों में नौकरी पेशा या अन्य रोजगार करने वाले लोगों का गृह जिले और प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में आगमन होता है। लिहाजा जिला सहित राज्य के अन्य हिस्सों में विशेष रूप से एहतियात के तौर पर बच्चों को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि बाहरी राज्यों से लौट रहे परिवार के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के उद्देश्य से जिले में विशेष अभियान संचालित किया गया है। इसके तहत दीपावली व छठ के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों और प्रदेशों से आने- जाने वाले 0 से 05 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो संक्रमण के खिलाफ जिले के रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंड पर दवा पिलाई जा रही हैं। पल्स पोलियो अभियान की शत- प्रतिशत सफ़लता को लेकर पांच वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य रूप से पोलियो का सेवन सुनिश्चित कराया जा रहा है। ताकि पोलियो संक्रमण के खतरे से बच्चों का भविष्य सुरक्षित कराया जा सके। जिससे परिवार के सभी सदस्य पूरी तरह सुरक्षित माहौल में दीपावली और छठ पूजा मना सकें। पड़ोसी देशों में पोलियो संक्रमण का मामला सामने आने के बाद पूरे देश में इसको लेकर विशेष रूप से चौकसी बरती जा रही है। हालांकि वर्ष 2014 में ही बिहार को पोलियोमुक्त राज्य घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद दुनिया में कहीं भी पोलियो का वायरस मिलने के बाद बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में प्रसार का खतरा बरकरार होने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया जाता है। जिसको लेकर पल्स पोलियो अभियान के तहत वैसे चिह्नित स्थान जहां से बच्चे जिला, प्रखंड व संबंधित गांव में प्रवेश करेंगे वैसे स्थानों पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए दो सदस्यीय ट्रांजिट टीम प्रतिनियुक्त की गई है। आज से यानी 30 अक्टूबर से आगामी 10 नवंबर तक चिह्नित स्थानों पर इनकी प्रतिनियुक्ति की गयी है।
दस दिवसीय पल्स पोलियो अभियान में 70 टीम को किया गया प्रतिनियुक्त: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान की सफलता को लेकर सारण जिला मुख्यालय स्थित शहरी क्षेत्र के रेलवे जंक्शन और ललित बस स्टैंड के प्रवेश एवं निकास द्वार सहित रेलवे स्टेशन के सभी प्लेटफार्म पर दो सदस्यीय टीम बहाल की गयी है। जहां पर आने वाले अभिभावकों के साथ बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। पल्स अभियान के दौरान एक भी बच्चा छूटे नहीं इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए। इसके लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों सहित टीम के अन्य कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है। पल्स पोलियो कार्यक्रम का पर्यवेक्षण संबंधित क्षेत्र के एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम के अलावा डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ अमजद अली, यूनिसेफ की एसएमसी कामरान खान और यूएनडीपी के वीसीसीएम मनोज कुमार के अलावा अशोक कुमार शर्मा के द्वारा किया जा रहा है। दस दिवसीय (30 अक्टूबर से 10 नवंबर) तक आयोजित होने वाले पल्स पोलियो अभियान में सिवान जंक्शन पर 29 जबकि ललित बस स्टैंड पर 05 टीम प्रतिनियुक्त की गई है। वहीं मैरवा बस स्टैंड में 15 टीम को लगाया गया है। गुठनी में 10, महाराजगंज में 04, दारौंदा बस स्टैंड पर दो जबकि रेलवे स्टेशन पर 02 सहित कुल 70 टीम को विभिन्न स्थानों पर प्रतिनियुक्ति की गई है। इन क्षेत्रों में प्रतिनियुक्त आंगनवाड़ी सेविका और आशा कार्यकर्ता को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिनको प्रतिनियुक्त किया गया है।