जनता का आरोप - नवनिर्वाचित जन प्रतिनिधियों को छठ घाटों से कोई मतलब ही नही
मशरक (बिहार) संवाददाता धर्मेन्द्र सिंह: छपरा जिले के मशरक प्रखंड अंतर्गत गंगौली पंचायत के नव निर्वाचित प्रतिनिधियों ने आज तक छठ घाटों को देखने का मन नही बनाया। ऐसा वहां की जनता का कहना है। गंगौली पंचायत के लोगों के अनुसार पंचायत क्षेत्र के सभी छठ घाटों की साफ सफाई और रंग रोगन छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा किया जा रहा है।बहुत शौक और श्रद्धा से नव निर्वाचित मुखिया ज्ञानती देवी पति परमात्मा माँझी और वार्ड सदस्य, पंचायत समिति, सरपंच, पंच को एक-एक बहुमूल्य वोट देकर लोगों ने जिताया, लेकिन इस छठ जैसे महान पर्व में भी कोई नवनिर्वाचित प्रतिनिधि मदद तो दूर देखने तक भी नही आया। चुनाव के पूर्व अपने पंचायत के प्रति सभी जगहों पर वे प्रतिनिधि तत्परता दिखाते थे। आज जब सत्ता हाथ में है तो सार्वजनिक काम के लिए भी बाट उन्हें ढूंढने पड़ेंगे ऐसा लोगों ने सोचा भी नही था। कोई अभी तक छठ घाट के पास देखने के लिए नही आया। वहीं अन्य पंचायतों में देखने को मिल रहा है कि मुखिया जी अपने स्तर से सभी घाटों की साफ-सफाई, रंग-रोगन तथा सजावट सहित बैरिकेडिंग की व्यवस्था भी कर रहे है। प्रखंड क्षेत्र के पादाधिकारी छठ घाटो का निरीक्षण अन्य पंचायतों में किए, लेकिन गंगौली पंचायत में उनकी उपस्थिति नगण्य रही।