टीबी उन्मूलन अभियान -
निक्षय पोषण योजना अंतर्गत एक करोड़ से अधिक की राशि आवंटन: सिविल सर्जन
टीबी से संबंधित किसी तरह का लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों में जाकर जांच व उपचार के लिए किया गया अपील: डॉ अशोक कुमार
/// जगत दर्शन न्यूज
सिवान, 18 जून 2025
टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत संभावित मरीजों की खोज के लिए जिले में विशेष रूप से अभियान चलाया जाएगा। लेकिन इसके लिए विभागीय स्तर पर हर तरह से तैयारियां की जा रही है। हालांकि अभियान के दौरान जिले के चिह्नित पंचायतों में सघन रोगी खोज अभियान संचालित किया जाएगा। इस क्रम में एक हजार की आबादी पर 30 लोगों की जांच की जाएगी। जांच में एक या इससे कम टीबी मरीज मिलने सहित निर्धारित अन्य शर्तों को पूरा करने पर संबंधित पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत घोषित करने के लिए आवश्यक दिशा- निर्देश दिया जाएगा। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि इस अभियान की शत प्रतिशत सफलता को लेकर प्रखंड वार जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है। वहीं उक्त अभियान की सफलता को लेकर प्रखंड वार माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है। निक्षय पोषण योजना अंतर्गत जिले को विभागीय स्तर पर एक करोड़ 14 लाख 90 हजार रुपए का आवंटन विभाग को मिल गई है। जिसके बाद ज़िले के लाभुकों तक इसका लाभ शत प्रतिशत पहुंचाने की दिशा में कारगर पहल किया जा रहा है। टीबी मरीजों के संपर्क में रहने वाले 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों की जांच में सीवाई टीबी व सीबीनैट जैसे आधुनिक जांच पद्धिति का उपयोग करना इसका मुख्य उद्देश्य है। जिले के युवाओं में टीबी से संबंधित मामलों की पहचान के लिए सी- वाई टीबी जांच अभियान के सफल संचालन में युवाओं में टीबी की पहचान व उपचार को प्रोत्साहित करना है।
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि
टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिले को टीबी मुक्त बनाने के प्रयासों के तहत विभिन्न स्तरों पर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। टीबी मुक्त भारत अभियान के दौरान केवीपी यानी टीबी व इसके प्रसार के लिहाज से प्रमुख संवेदनशील आबादी जैसे- कुपोषित व्यक्ति, 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग, डायबिटीज, मधुमेह पीड़ित मरीज, ईंट भट्ठा, कुपोषित बच्चे, मलिन बस्ती में रहने वाले अधिक से अधिक लोगों को जांच में दायरे में लाकर उनका जांच व उपचार सुनिश्चित करने की कराने का प्रयास किया जाएगा।टीबी मुक्त भारत अभियान की सफलता को लेकर विभाग पूरी तरह से सजग होकर अपने कार्यों को पूरा करने में जुटा हुआ है। क्योंकि इस अभियान के तहत संभावित मरीजों की खोज, समय पर जांच व उपचार सुनिश्चित कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। अभियान के दौरान अधिक से अधिक लोगों को स्क्रीनिंग के दायरे में लाने का प्रयास किया जा रहा है। विभागीय स्तर पर जिलेवासियों से अपील किया गया है कि टीबी से संबंधित किसी तरह का लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों में जाकर जांच व उपचार को प्राथमिकता देना चाहिए। साथ ही उन्हें राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मरीजों के हितों को ध्यान में रखकर संचालित निक्षय पोषण योजना, निक्षय मित्र योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ उन तक पहुचाने की दिशा में कारगर प्रयास किया जा रहा है।